3 अगस्त 2019 को देवास जिले के बरझाई घाट में पहाड़ी की ढलान पर लहूलुहान मिली थी 2 दिन की नवजात बच्ची। बच्ची का होंठ कटा होने के चलते पैदा होते ही जंगल में फ़ेंक गए थे उसके माता-पिता। दो रात और डेढ़ दिन से ज्यादा वह बच्ची उसी जंगल में पड़ी रही। कीड़े, कीट पतंगे उसे खाते रहे।
कुदरत का करिश्मा था की बच्ची इतनी यातनाएं सहने के बाद भी मौत से लड़कर अपनी ज़िन्दगी जीत लाई। सुने पूरा वाकया एसएनसीयू, देवास, म.प्र. की इंचार्ज 'डॉ वैशाली निगम' की ज़ुबानी। जिनकी टीम ने दिन-रात एक कर किया उस बच्ची का इलाज।
0 Comments